एकस्ट्रा-आर्डिनेरी सेक्सुअल परफारमेंसेस : वर्तमान परिपेक्ष्य़ मे यह विशुद्ध भारतीय पारम्परिक ज्ञान कितना प्रासंगिक?
एकस्ट्रा-आर्डिनेरी सेक्सुअल परफारमेंसेस : वर्तमान परिपेक्ष्य़ मे यह विशुद्ध भारतीय पारम्परिक ज्ञान कितना प्रासंगिक?
- पंकज अवधिया
उस सम्राट की कल्पना करिये जिसने राज-काज के विस्तार के लिये कई विवाह किये है। उस पर राज्य का जबरदस्त बोझ है। उसे रात –दिन काम करना है। रानियो को संतुष्ट करना है फिर सुबह दरबार मे उसी भव्यता और सजगता से न्याय सुनाना है। उसे अपना शारीरिक सौष्ठव भी बरकरार रखना है। अतिथियो से मिलना है और फिर सीमा पर जाकर सैनिको का हौसला भी बढाना है। क्या यह सब एक साधारण इन्सान के लिये सम्भव है? पर पहले के समय मे यह सम्भव था। ऐसे सम्राटो के स्वास्थ्य का जिम्मा राज वैद्यो के कन्धो पर होता था। केवल औषधीयो का सेवन ही नही कराया जाता था बल्कि इस सेवन की कला के बारे मे भी उन्हे बताया जाता था। साल की अलग-अलग ऋतुओ मे अलग-अलग प्रकार की वनौषधीयो का प्रयोग किया जाता था। फिर भी मन मे यह प्रश्न उठता है कि क्या सम्राट सालो तक बिना किसी बाधा के अपने वैवाहिक जीवन मे सफल रहता होगा? सालो तक प्रतिदिन (रात कहे तो ज्यादा सही होगा) कई बार समागम बिना किसी ब्रेक के। आज के जमाने मे ऐसा सोच पाना भी मुश्किल लगता है।
अब तो न सम्राट रहे, न ही ऐसे राज वैद्य। पर इससे सम्बन्धित पारम्परिक ज्ञान अभी भी है। इस पारम्परिक ज्ञान को मै एक वैज्ञानिक रपट के रुप मे प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहा हूँ। काफी झिझक के बाद मैने इस रपट को लिखने का निर्णय किया। मित्रो की पहली प्रतिक्रिया थी कि वैसे ही भारत की आबादी इतनी अधिक बढ चुकी। यह रपट भारतीयो के हाथो मे लग गयी तो लेने के देने पड जायेंगे और जनसंख्या रातोरात दुगुनी हो जायेगी। पर इस रपट को बिना पढे ऐसी बाते सोची जा सकती है। हमारा पारम्परिक ज्ञान इस क्रिया को बडे ही सुलझे नजरिये से देखता है। वह इसे मात्र आमोद-प्रमोद का साधन नही मानता। एक मित्र ने कहा कि ज्ञान तो ज्ञान है। भले ही इसकी उपयोगिता आज के भारत के पास न हो पर हो सकता है कि आगामी पीढीयो को इसकी आवश्यक्ता पडे। ज्ञान को संरक्षित करना जरुरी है। एक बार यह दस्तावेज के रुप मे आ गया तो फिर पीढीयो तक यह बचा रहेगा। मेरी सोच इन सब मित्रो से हटकर है। मै इस ज्ञान को हर पीढी के लिये उपयोगी मानता हूँ। इस पर आगे चर्चा करने से पहले जरा इस ज्ञान की बानगी देखे।
सात महिनो बाद कुमार का विवाह तय है। अभी से तैयारी करनी होगी। कुमार से घंटो साक्षात्कार लिया जायेगा और फिर उसकी स्वास्थ्य समस्याओ की लम्बी सूची तैयार की जायेगी। कुमार को चौदह से अधिक विशेष रुप से निर्मित झोपडियो मे रहना होगा। हर पन्द्रह दिन मे एक के बाद एक नयी झोपडियो मे वे जायेंगे। अंतिम कुछ झोपडियो मे वे बिना वस्त्रो के रहेंगे। प्रयोग के बाद झोपडियो को विधि-विधान से अग्नि के हवाले कर देना होगा। क्या उबटन की तैयारी हो गयी? क्या औषधीय तेलो को पेडो के नीचे से ले आया गया? क्या जंगली फूलो की शैय्या तैयार हो गयी? क्या औषधीय धान की खीर बन गयी? क्या जडो से तैयार मालाए ले आये? आदि-आदि प्रश्न राज वैद्य अपने शिष्यो से कर रहे है।
चलिये अब फिर चर्चा पर लौटे। ये सब तैयारियाँ केवल विवाह के पहले दिन के लिये नही है। इसका प्रमुख लक्ष्य़ स्वस्थ रोग मुक्त संतति की उत्पत्ति भी है जो उसी ओज से राज-पाट सम्भाल सके। क्या आज के युवा विवाह के सात माह पूर्व से इस तरह की तैयारियाँ करना चाहेंगे? आपने बाबा रामदेव को सुना होगा। वे अक्सर कहते है कि केवल स्वस्थ्य लोगो को ही संतान उत्पन्न करने की छूट दी जानी चाहिये। योग से अस्वस्थ लोग भी अच्छा स्वास्थ प्राप्त कर सकते है। स्वस्थ्य रोगमुक्त संताने होंगी तो देश का भविष्य़ निश्चित ही उज्जवल होगा। चीन मे यह कार्य दूसरे तरीको से युद्ध स्तर पर हो रहा है। वहाँ सैनिक राज है इसलिये यह सब सभी को मानना पडता है। हमारे किसान पीढीयो से खेती के दौरान यह प्रक्रिया अपना रहे है। कमजोर पौधो को वे निकाल रहे है और स्वस्थ पौधो को अपना रहे है ताकि फसल अच्छी हो।
जिस पारम्परिक ज्ञान का दस्तावेजीकरण मै कर रहा हूँ वह बहुत सी ऐसी बाते करता है जिसे आज का विज्ञान शायद ही हजम कर पाये। यह पारम्परिक ज्ञान चार साल तक वनौषधी विशेष के प्रयोग से महिलाओ मे रजोनिवृत्ति (Menopause) को चार से पाँच साल तक विलम्बित करने का दावा करता है। इससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पडने देने की बात भी वह कहता है। हम भारतीय, कामसूत्र जैसे ग्रंथो को सारा संसार मान बैठते है पर इसके ग्रंथकार की जगह आप अपने को रखकर देखे तो आपको यह बात समझ आयेगी कि इसमे बहुत कम ज्ञान दिया गया है। ग्रंथकार ने काफी कुछ ज्ञान अपने पास रख लिया था। कुछ ज्ञान जबानी ज्ञान के रुप मे शिष्यो को मिला जो पीढी दर पीढी राजवैद्यो के पास पहुँचा। इन वैद्यो ने इसमे नयी औषधीयाँ भी जोडी। यदि पारम्परिक चिकित्सको के पास सुरक्षित इस ज्ञान को ग्रंथो के रुप मे प्रकाशित किया जाये तो कामसूत्र जैसे ग्रंथो से हमारी आलमारियाँ भर जाये।
भारतीयो के पास ऐसा ज्ञान है, यह बात दुनिया भर के लोग जानते है। भारत से चोरी-छिपे ले जायी गयी पांडुलिपियो मे भी यह ज्ञान है पर उसकी भाषा बडी क्लिष्ट है। इसके लिये उन्हे वापस भारत आना पडता है। यहाँ वे ज्यादातर कपोल-कल्पित दावा करने वालो और गलत दवा बेचने वालो के चक्कर मे पड जाते है। फिर जैसा कि पश्चिम जगत की आदत है वे एक फार्मूला चाहते है जिससे सारा काम हो जाये जबकि विशुद्ध भारतीय ज्ञान सैकडो फार्मूलो और विशेष जीवनचर्या पर आधारित है। इसे आत्मसात करने से प्रभाव स्थायी होता है और कई पीढीयो तक असर बरकरार रहता है। विदेशियो को इस ज्ञान के मूल को जानने के लिये भारत मे जन्म लेना होगा, यह कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी।
मैने इस भारतीय पारम्परिक ज्ञान का जमीनी स्तर पर प्रयोग देखा है। बहुत बार राज वैद्यो के साथ बतौर सहायक पूरी प्रक्रिया सम्पन्न करवायी है। मै स्वयम अविवाहित हूँ पर सात महिने की प्रक्रिया मे शुरु के तीन महिने यदि इस प्रक्रिया को अपनाये तो यह सामान्य स्वास्थ्य के लिये भी उपयोगी है। आखिर के चार महिने विवाह की विशेष तैयारियो के होते है। मै उस प्रक्रिया मे शामिल नही हो पाया हूँ।
आधुनिक शोध भी इस बात को प्रमाणित करते है कि नियमित सेक्स सफल जीवन के लिये जरुरी है। उसे दबाकर रखना अपराध-बोध उत्पन्न करता है। हमारे देश मे इस बारे मे खुलकर बात नही की जाती है। ये हमारे संस्कार है। इसकी परिधि मे यदि इस पारम्परिक ज्ञान को फिर से आम लोगो के,लिये सही रुप मे उपलब्ध करवाया जाये तो इस देश की तस्वीर कुछ बदलेगी-ऐसा मेरा विश्वास है।
शोध-सन्दर्भ:
Oudhia, P. (2005-2007). MEDICINE MITE.
Oudhia, P. (2005-2007). Comments of Traditional Healers of Indian State Chhattisgarh on Ayurveda Formulations. 16. Ashwagandha Rasayanam. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Comments of Traditional Healers of Indian State Chhattisgarh on Ayurveda Formulations. 36. Trikantak Churnam. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Surprise newly wed couples this time with herbal gifts. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Aphrodisiacs of Chhattisgarh : Traditional Medicinal Knowledge about common herbs used as Sex Tonic in Chhattisgarh, India. (New comments) http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Traditional Medicinal knowledge about Shilajit or Shilajeet in Chhattisgarh, India : New comments. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Some well known and promising traditional formulations and home remedies of Chhattisgarh, India needing scientific explanation. 6-405. [Compilation of Summaries and Research Articles] (New comments and results of recent [year 2005 onwards] Ethnobotanical surveys) http://www.Ecoport.org
(लेखक कृषि वैज्ञानिक है और वनौषधीयो से सम्बन्धित पारम्परिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण मे जुटे हुये है।)
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- पंकज अवधिया
उस सम्राट की कल्पना करिये जिसने राज-काज के विस्तार के लिये कई विवाह किये है। उस पर राज्य का जबरदस्त बोझ है। उसे रात –दिन काम करना है। रानियो को संतुष्ट करना है फिर सुबह दरबार मे उसी भव्यता और सजगता से न्याय सुनाना है। उसे अपना शारीरिक सौष्ठव भी बरकरार रखना है। अतिथियो से मिलना है और फिर सीमा पर जाकर सैनिको का हौसला भी बढाना है। क्या यह सब एक साधारण इन्सान के लिये सम्भव है? पर पहले के समय मे यह सम्भव था। ऐसे सम्राटो के स्वास्थ्य का जिम्मा राज वैद्यो के कन्धो पर होता था। केवल औषधीयो का सेवन ही नही कराया जाता था बल्कि इस सेवन की कला के बारे मे भी उन्हे बताया जाता था। साल की अलग-अलग ऋतुओ मे अलग-अलग प्रकार की वनौषधीयो का प्रयोग किया जाता था। फिर भी मन मे यह प्रश्न उठता है कि क्या सम्राट सालो तक बिना किसी बाधा के अपने वैवाहिक जीवन मे सफल रहता होगा? सालो तक प्रतिदिन (रात कहे तो ज्यादा सही होगा) कई बार समागम बिना किसी ब्रेक के। आज के जमाने मे ऐसा सोच पाना भी मुश्किल लगता है।
अब तो न सम्राट रहे, न ही ऐसे राज वैद्य। पर इससे सम्बन्धित पारम्परिक ज्ञान अभी भी है। इस पारम्परिक ज्ञान को मै एक वैज्ञानिक रपट के रुप मे प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहा हूँ। काफी झिझक के बाद मैने इस रपट को लिखने का निर्णय किया। मित्रो की पहली प्रतिक्रिया थी कि वैसे ही भारत की आबादी इतनी अधिक बढ चुकी। यह रपट भारतीयो के हाथो मे लग गयी तो लेने के देने पड जायेंगे और जनसंख्या रातोरात दुगुनी हो जायेगी। पर इस रपट को बिना पढे ऐसी बाते सोची जा सकती है। हमारा पारम्परिक ज्ञान इस क्रिया को बडे ही सुलझे नजरिये से देखता है। वह इसे मात्र आमोद-प्रमोद का साधन नही मानता। एक मित्र ने कहा कि ज्ञान तो ज्ञान है। भले ही इसकी उपयोगिता आज के भारत के पास न हो पर हो सकता है कि आगामी पीढीयो को इसकी आवश्यक्ता पडे। ज्ञान को संरक्षित करना जरुरी है। एक बार यह दस्तावेज के रुप मे आ गया तो फिर पीढीयो तक यह बचा रहेगा। मेरी सोच इन सब मित्रो से हटकर है। मै इस ज्ञान को हर पीढी के लिये उपयोगी मानता हूँ। इस पर आगे चर्चा करने से पहले जरा इस ज्ञान की बानगी देखे।
सात महिनो बाद कुमार का विवाह तय है। अभी से तैयारी करनी होगी। कुमार से घंटो साक्षात्कार लिया जायेगा और फिर उसकी स्वास्थ्य समस्याओ की लम्बी सूची तैयार की जायेगी। कुमार को चौदह से अधिक विशेष रुप से निर्मित झोपडियो मे रहना होगा। हर पन्द्रह दिन मे एक के बाद एक नयी झोपडियो मे वे जायेंगे। अंतिम कुछ झोपडियो मे वे बिना वस्त्रो के रहेंगे। प्रयोग के बाद झोपडियो को विधि-विधान से अग्नि के हवाले कर देना होगा। क्या उबटन की तैयारी हो गयी? क्या औषधीय तेलो को पेडो के नीचे से ले आया गया? क्या जंगली फूलो की शैय्या तैयार हो गयी? क्या औषधीय धान की खीर बन गयी? क्या जडो से तैयार मालाए ले आये? आदि-आदि प्रश्न राज वैद्य अपने शिष्यो से कर रहे है।
चलिये अब फिर चर्चा पर लौटे। ये सब तैयारियाँ केवल विवाह के पहले दिन के लिये नही है। इसका प्रमुख लक्ष्य़ स्वस्थ रोग मुक्त संतति की उत्पत्ति भी है जो उसी ओज से राज-पाट सम्भाल सके। क्या आज के युवा विवाह के सात माह पूर्व से इस तरह की तैयारियाँ करना चाहेंगे? आपने बाबा रामदेव को सुना होगा। वे अक्सर कहते है कि केवल स्वस्थ्य लोगो को ही संतान उत्पन्न करने की छूट दी जानी चाहिये। योग से अस्वस्थ लोग भी अच्छा स्वास्थ प्राप्त कर सकते है। स्वस्थ्य रोगमुक्त संताने होंगी तो देश का भविष्य़ निश्चित ही उज्जवल होगा। चीन मे यह कार्य दूसरे तरीको से युद्ध स्तर पर हो रहा है। वहाँ सैनिक राज है इसलिये यह सब सभी को मानना पडता है। हमारे किसान पीढीयो से खेती के दौरान यह प्रक्रिया अपना रहे है। कमजोर पौधो को वे निकाल रहे है और स्वस्थ पौधो को अपना रहे है ताकि फसल अच्छी हो।
जिस पारम्परिक ज्ञान का दस्तावेजीकरण मै कर रहा हूँ वह बहुत सी ऐसी बाते करता है जिसे आज का विज्ञान शायद ही हजम कर पाये। यह पारम्परिक ज्ञान चार साल तक वनौषधी विशेष के प्रयोग से महिलाओ मे रजोनिवृत्ति (Menopause) को चार से पाँच साल तक विलम्बित करने का दावा करता है। इससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पडने देने की बात भी वह कहता है। हम भारतीय, कामसूत्र जैसे ग्रंथो को सारा संसार मान बैठते है पर इसके ग्रंथकार की जगह आप अपने को रखकर देखे तो आपको यह बात समझ आयेगी कि इसमे बहुत कम ज्ञान दिया गया है। ग्रंथकार ने काफी कुछ ज्ञान अपने पास रख लिया था। कुछ ज्ञान जबानी ज्ञान के रुप मे शिष्यो को मिला जो पीढी दर पीढी राजवैद्यो के पास पहुँचा। इन वैद्यो ने इसमे नयी औषधीयाँ भी जोडी। यदि पारम्परिक चिकित्सको के पास सुरक्षित इस ज्ञान को ग्रंथो के रुप मे प्रकाशित किया जाये तो कामसूत्र जैसे ग्रंथो से हमारी आलमारियाँ भर जाये।
भारतीयो के पास ऐसा ज्ञान है, यह बात दुनिया भर के लोग जानते है। भारत से चोरी-छिपे ले जायी गयी पांडुलिपियो मे भी यह ज्ञान है पर उसकी भाषा बडी क्लिष्ट है। इसके लिये उन्हे वापस भारत आना पडता है। यहाँ वे ज्यादातर कपोल-कल्पित दावा करने वालो और गलत दवा बेचने वालो के चक्कर मे पड जाते है। फिर जैसा कि पश्चिम जगत की आदत है वे एक फार्मूला चाहते है जिससे सारा काम हो जाये जबकि विशुद्ध भारतीय ज्ञान सैकडो फार्मूलो और विशेष जीवनचर्या पर आधारित है। इसे आत्मसात करने से प्रभाव स्थायी होता है और कई पीढीयो तक असर बरकरार रहता है। विदेशियो को इस ज्ञान के मूल को जानने के लिये भारत मे जन्म लेना होगा, यह कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी।
मैने इस भारतीय पारम्परिक ज्ञान का जमीनी स्तर पर प्रयोग देखा है। बहुत बार राज वैद्यो के साथ बतौर सहायक पूरी प्रक्रिया सम्पन्न करवायी है। मै स्वयम अविवाहित हूँ पर सात महिने की प्रक्रिया मे शुरु के तीन महिने यदि इस प्रक्रिया को अपनाये तो यह सामान्य स्वास्थ्य के लिये भी उपयोगी है। आखिर के चार महिने विवाह की विशेष तैयारियो के होते है। मै उस प्रक्रिया मे शामिल नही हो पाया हूँ।
आधुनिक शोध भी इस बात को प्रमाणित करते है कि नियमित सेक्स सफल जीवन के लिये जरुरी है। उसे दबाकर रखना अपराध-बोध उत्पन्न करता है। हमारे देश मे इस बारे मे खुलकर बात नही की जाती है। ये हमारे संस्कार है। इसकी परिधि मे यदि इस पारम्परिक ज्ञान को फिर से आम लोगो के,लिये सही रुप मे उपलब्ध करवाया जाये तो इस देश की तस्वीर कुछ बदलेगी-ऐसा मेरा विश्वास है।
शोध-सन्दर्भ:
Oudhia, P. (2005-2007). MEDICINE MITE.
Oudhia, P. (2005-2007). Comments of Traditional Healers of Indian State Chhattisgarh on Ayurveda Formulations. 16. Ashwagandha Rasayanam. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Comments of Traditional Healers of Indian State Chhattisgarh on Ayurveda Formulations. 36. Trikantak Churnam. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Surprise newly wed couples this time with herbal gifts. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Aphrodisiacs of Chhattisgarh : Traditional Medicinal Knowledge about common herbs used as Sex Tonic in Chhattisgarh, India. (New comments) http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Traditional Medicinal knowledge about Shilajit or Shilajeet in Chhattisgarh, India : New comments. http://www.Ecoport.org
Oudhia, P. (2005-2007). Some well known and promising traditional formulations and home remedies of Chhattisgarh, India needing scientific explanation. 6-405. [Compilation of Summaries and Research Articles] (New comments and results of recent [year 2005 onwards] Ethnobotanical surveys) http://www.Ecoport.org
(लेखक कृषि वैज्ञानिक है और वनौषधीयो से सम्बन्धित पारम्परिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण मे जुटे हुये है।)
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Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Vital forces nearly
exhausted, cold surface, especially from knees to feet; lies as if dead breath
cool; pulse intermittent, thready; cold sweat on limbs.
Hydrocotyle sibthorpiodes LAM. and Lantana camara L.
(Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants
of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous Herbal
Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Great mental activity, full of
ideas, quick to act, no sleep on this account.
Hydrolea zeylanica VAHL and Lantana camara L. (Gotiphool)
with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of
Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Pains seem
insupportable, driving to despair.
Hygrophila erecta BURM.F. and Lantana camara L. (Gotiphool)
with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of
Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Ailments from quinine,
especially suppressed chills and lever; from abuse of mercury, from salt and
meats, from putrid meat or fish or rancid fats.
Hygrophila heinei SREEM. and Lantana camara L. (Gotiphool)
with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of
Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous Herbal
Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-All senses more acute, read
fine print easier, bearing, smell, taste, and touch acute, particularly
increased perception of slight passive motions.
Hygrophila polysperma (ROXB.) AND. and Lantana camara L.
(Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants
of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-One-sided headache as
from a nail driven into the parietal bone, worse in the open air.
Hygrophila quadrivalvis (BUCH.-HAM.) NEES and Lantana camara
L. (Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal
Plants of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on
use of Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Ice, or
ice-cold water is the only thing lessening his violent toothache, so long as
touching it.
Hygrophila ringens (L.) R.BR. EX STEUDEL and Lantana camara
L. (Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal
Plants of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on
use of Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Desire to be
fanned, must have more air.
Hygrophila schulli (HAM.) M.R. & S.M. ALMEIDA and Lantana
camara L. (Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant
Database on use of Alien Invasive species as additional ingredient in
Traditional Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key
Symptom-Would like to scratch or rub the part, but it is too sensitive.
Hygroryza aristata NEES and Lantana camara L. (Gotiphool)
with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of
Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-In nervous persons,
chill worse on movement, external dry beat, internal chilliness.
Hymenodictyon orixense (ROXB.) MABBERLEY and Lantana camara
L. (Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal
Plants of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on
use of Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Abdomen feels
as if hanging heavily; must walk bent.
Hypericum japonicum THUNB. EX MURR. and Lantana camara L.
(Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants
of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Sleepless from excessive
mental and physical excitement.
Hypericum laxum (BL.) KOIDZUMI and Lantana camara L.
(Gotiphool) with other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants
of Chhattisgarh, India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of
Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Vertigo, must hold onto
something; when stooping; also from flatulence
Hypochoeris glabra L. and Lantana camara L. (Gotiphool) with
other Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh,
India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plant Database on use of Alien Invasive
species as additional ingredient in Traditional Indigenous Herbal Medicines (Herbal
Formulations) for Key Symptom-Measly spots on the skin, with dry heat, over
excitability and. weeping.
Hyptis suaveolens POIT. and Lantana camara L. (Gotiphool)
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Alien Invasive species as additional ingredient in Traditional Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Affections after sudden
emotions, particularly sudden pleasurable surprises.
Iberis amara L. and Lantana camara L. (Gotiphool) with other
Herbal Ingredients: Research Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh,
India) from Pankaj Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge
Database) on use of Alien Invasive species as additional ingredient in
Traditional Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Key Symptom-Croup
after dry, cold wind with swelling below the larynx, and great sensitiveness,
to cold air or water.
Rorippa indica (L.) HIERN and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, shooting, foreHead- over
eyes, left .
Rosa multiflora THUNB. EX J. MURR. and Cassia tora L. (Syn.
Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, shooting,
foreHead- over eyes .
Rotala densiflora (ROTH) KOEHNE and Cassia tora L. (Syn.
Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, shooting, forehead .
Rotala indica (WILLD.) KOEHNE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- boiling sensation .
Rotala rotundifolia KOEHNE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, shooting, sitting, amel.
.
Rothia indica (L.) DRUCE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, shooting .
Rotula aquatica LOUR. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- boiling water, as of .
Rubia cordifolia L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pulled, sensation as if
hair were, vertex, from the .
Ruellia tuberosa L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pulled, sensation as if
hair were .
Rumex dentatus L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex, bound,
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Rungia pectinata (L.) NEES. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex, air,
open, amel. .
Rungia repens (L.) NEES and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- bubbling sensation is .
Ruscus aculeatus L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex, night
.
Russelia equisetiformis SCHL. & CHAM. and Cassia tora L.
(Syn. Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
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Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- cerebral hæmorrhage
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Ruta chalepensis L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
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Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex,
evening .
Ruta graveolens L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
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Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex,
forenoon .
Saccharum bengalense RETZ. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, vertex .
Saccharum officinarum L. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, temples,
screws, as with .
Saccharum spontaneum L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, chilliness, etc. .
Sacciolepis indica CHASE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, temples,
outward .
Sacciolepis interrupta (WILLD.) STAPF. and Cassia tora L.
(Syn. Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, air, as
from cold .
Salix tetrasperma ROXB. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, temples,
inwards .
Salomonia cantoniensis LOUR. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, temples.
Salvia officinalis L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, sides, all
sides, from .
Salvia plebeia R.BR. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, sides, both
sides .
Samanea saman (JACQ.) MERR. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, forehead .
Sansevieria hyacinthoides (L.) DRUCE and Cassia tora L.
(Syn. Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, occiput .
Santalum album L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, sides .
Sapindus emarginatus VAHL. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, occiput,
spots, in, as with a button .
Sapindus mukorossi GAERTN. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, occiput .
Sapindus trifoliatus L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, occiput, air, like cool
.
Saraca asoca (ROXB.) DE WILDE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
Nose- above .
Sarcostemma intermedium DECNE and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
eyes, over, afternoon .
Sauropus quadrangularis MUELL. -ARG. and Cassia tora L.
(Syn. Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing,
foreHead- eyes, over, left .
Saussurea ceratocarpa DECNE. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
eyes, over .
Schefflera stellata (GAERTN.) HARMS and Cassia tora L. (Syn.
Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- coldness, vertex,
extending to sacrum .
Schizachyrium exile STAPF. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
weight or stone, as if .
Schleichera oleosa (LOUR.) OKEN and Cassia tora L. (Syn.
Senna tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research
Documents (Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj
Oudhia’s Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of
Indigenous Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing,
foreHead- warm room (agg.) .
Schrebera swietenioides ROXB. and Cassia tora L. (Syn. Senna
tora; Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
stooping, while (agg.) .
Scirpus articulatus L. and Cassia tora L. (Syn. Senna tora;
Charota or Chakvad) with other Herbal Ingredients: Research Documents
(Medicinal Plants of Chhattisgarh, Jharkhand and Orissa) from Pankaj Oudhia’s
Medicinal Plants Database (Traditional Knowledge Database) on use of Indigenous
Herbal Medicines (Herbal Formulations) for Head- pain, pressing, foreHead-
room, in .
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